
क्या आपके किचन में भी आलू – प्याज लंबे समय से पड़े हैं और उनमें से अंकुर (sprouts) निकल आए हैं? क्या उन्हें खाना सेहत के लिए सुरक्षित है या ज़हर के बराबर?
बहुत से लोग रोज़ाना अनजाने में एक गलती करते हैं जो पेट के संक्रमण से लेकर न्यूरोलॉजिकल समस्या तक का कारण बन सकती है।
आइये हम इसके बारे में समझते हैं:
✅ अंकुरित आलू और प्याज से जुड़ी सच्चाई
✅ वैज्ञानिक तथ्यों और रिसर्च के आधार पर विश्लेषण
✅ सेहत पर असर
✅ और सुरक्षित खाने के घरेलू टिप्स
🧪 अंकुरित आलू: एक छिपा हुआ ज़हर?
🔬 Solanine नामक विष
जैसे ही आलू अंकुरित होता है या हरा पड़ने लगता है, उसमें Solanine नामक एक टॉक्सिन बनने लगता है।
यह एक ग्लाइको-एल्कलॉइड है जो सेंट्रल नर्वस सिस्टम को प्रभावित कर सकता है।
🔍 हेल्थ एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं?
US National Library of Medicine के अनुसार, सोलानिन की मात्रा अगर 20 mg से ज्यादा हो जाए, तो उल्टी, पेट दर्द, सिरदर्द और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
400 mg से ऊपर की मात्रा घातक हो सकती है।
⚠️ बच्चों और बुजुर्गों के लिए ये और भी खतरनाक हो सकता है।
🧅 अंकुरित प्याज: क्या यह भी ज़हरीला होता है?
प्याज में अंकुर आना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। यह सड़ा न हो तो पूरी तरह से सुरक्षित होता है।
कोई ज़हरीला पदार्थ नहीं बनता | स्वाद हल्का बदल सकता है लेकिन सेहत को नुकसान नहीं पहुचाता |
❌ कब न खाएं प्याज?
- जब वह सड़ा हुआ हो,
- या काला/गल चुका हो,
- या उसमें से तेज़ बदबू आ रही हो।
🌿 आयुर्वेद और पारंपरिक ज्ञान
आलू आयुर्वेद में गुरु और कफवर्धक माना गया है।
अंकुरित और बासी खाद्य वस्तुओं को त्यागने की सलाह दी जाती है।
प्याज रजसिक-तामसिक माना गया है लेकिन उसका अंकुर हानिकारक नहीं है।
🔐 कैसे बचें इनसे? – 5 आसान टिप्स
- 🧊 आलू और प्याज को ठंडी, सूखी और अंधेरी जगह पर रखें
- 🧺 इन्हें एक-दूसरे से अलग स्टोर करें
- 🗓 हर हफ्ते चेक करें – अंकुर निकलने पर तुरंत हटा दें
- 🔪 आलू में हल्का अंकुर हो तो उसे गहराई से काटें
- ❌ शक हो, तो खाएं ही मत!