
जैसे-जैसे प्रवेश का समय नजदीक आ रहा है, छात्र उत्तर प्रदेश के शीर्ष इंजीनियरिंग कॉलेजों का मूल्यांकन कर रहे हैं। दो प्रमुख संस्थानों की अक्सर तुलना की जाती है, कानपुर में हरकोर्ट बटलर तकनीकी विश्वविद्यालय (HBTU) और लखनऊ में इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थान (IET)। यह लेख स्थापना इतिहास, प्रशासन, संकाय, प्लेसमेंट, प्रवेश कटऑफ, परिसर की सुविधाओं और कैंपस माहौल के आधार पर एक व्यापक तुलना प्रदान करता है।
🏛️ स्थापना और प्रशासन
HBTU की स्थापना 1921 में “गवर्नमेंट रिसर्च इंस्टीट्यूट” के रूप में हुई थी। 1926 में इसका नाम “हार्कोर्ट बटलर टेक्निकल इंस्टीट्यूट (HBTI)” रखा गया तथा 2016 में इसे एक राज्य विश्वविद्यालय का दर्जा मिला। यह उत्तर प्रदेश सरकार के अधीन है और इसके कुलपति प्रो. शमशेर हैं। प्रो. शमशेर HBTI के पूर्व छात्र भी रहे हैं | HBTU को विश्वविद्यालय का दर्जा मिलने से कई फ़ायदा हुआ जैसे शैक्षणिक स्वायत्तता, रिसर्च और ग्रांट के अवसर, शासन और प्रशासन में मजबूती |
IET लखनऊ
IET की स्थापना 1984 में उत्तर प्रदेश सरकार ने की थी। अभी यह डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय (AKTU) का हिस्सा है। वर्तमान में प्रो. विनीत कंसल इसके निदेशक हैं, पिछले कुछ सालों से यहाँ शासन और प्रशासन संबंधी तालमेल की कमी झलकती है | पिछले कुछ सालों से AKTU इसे अपना Faculty of Engineering बनाने के लिए प्रयास कर रहा है, जो IET के नाम को धूमिल कर सकता है |
👩🏫 फैकल्टी और शैक्षणिक माहौल
HBTU कानपुर
HBTU पुराने और प्रतिष्ठित कॉलेज में से एक है, यह अपने अच्छे शैक्षणिक माहौल के लिए जाना जाता है | अगर बात करे शिक्षक की तो HBTU की वेबसाइट से पता चलता है कि विभागों में शिक्षकों की संख्या अच्छी है और लेकिन कुछ विभागों में गेस्ट फैकल्टी ज्यादा हैं |
IET लखनऊ
IET में कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिकल, सिविल, केमिकल और आईटी सहित कई शाखाओं में पढ़ाई होती है। IET में शैक्षणिक माहौल हमेशा से अच्छा रहा है, लेकिन काफी समय से शिक्षकों की भर्ती ना होने से अकेडमिक पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है |
💼 प्लेसमेंट
HBTU कानपुर
वेबसाइट से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 2023-24 के प्लेसमेंट सीजन में HBTU का औसत पैकेज ₹9.3 लाख प्रति वर्ष था और अधिकतम पैकेज ₹36 लाख रहा। कंप्यूटर साइंस और केमिकल इंजीनियरिंग की शाखाओं के लिए सबसे ज्यादा ऑफर आए।
IET लखनऊ
IET का 2024 में औसत पैकेज ₹8.2 लाख और अधिकतम पैकेज ₹49 लाख था। लगभग 70% छात्रों का प्लेसमेंट हुआ। गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और पेटीएम जैसी कंपनियों ने छात्रों को जॉब ऑफर किए।
📊 प्रवेश कटऑफ (JEE Main 2023)
HBTU कानपुर
HBTU के लिए कटऑफ रैंक का सार्वजनिक विवरण उपलब्ध नहीं है, परंपरागत रूप से इसके कंप्यूटर साइंस और केमिकल इंजीनियरिंग में अच्छी रैंक की ज़रूरत होती है।
IET लखनऊ
IET के 2023 के JEE Main क्लोज़िंग रैंक:
- कंप्यूटर साइंस: 51,075
- इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन: 60,212
- मैकेनिकल: 85,792
- केमिकल: 108,281
🏫 कैंपस और इंफ्रास्ट्रक्चर
HBTU कानपुर
HBTU के दो कैंपस (ईस्ट और वेस्ट) मिलकर लगभग 323 एकड़ में फैले हैं। इसमें आधुनिक लैब्स, रिसर्च सेंटर्स, हॉस्टल, खेल सुविधाएँ और सेंट्रल लाइब्रेरी हैं।
IET लखनऊ
IET का 100 एकड़ में फैला अर्बन कैंपस है, जिसमें हॉस्टल, लाइब्रेरी, कंप्यूटर सेंटर, वर्कशॉप, खेल परिसर और 800 सीटों वाला ऑडिटोरियम शामिल है।
🎉 कैंपस कल्चर
HBTU कानपुर
HBTU का 100 साल से भी ज्यादा का इतिहास है। यहाँ कई टेक्निकल और कल्चरल फेस्ट्स होते रहते हैं, जिससे छात्रों को पढ़ाई के साथ ही एक्स्ट्रा करिकुलर में भी भाग लेने का मौका मिलता है।
IET लखनऊ
IET में भी कई छात्र क्लब और सोसाइटीज हैं। यहाँ का माहौल पढ़ाई के साथ-साथ सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देता है।
🏁 निष्कर्ष
HBTU कानपुर और IET लखनऊ, दोनों ही उत्तर प्रदेश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थान हैं। HBTU का गौरवशाली इतिहास और रिसर्च पर फोकस इसे अलग बनाता है, जबकि IET का भी रिकॉर्ड काफी प्रभावशाली रहा हैं। छात्रों को अपने विषय की रुचि, कैंपस का माहौल और भविष्य की योजना के आधार पर सही चयन करना चाहिए।