उत्तर प्रदेश (यूपी) भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है, जिसकी अनुमानित आबादी 2025 में 24 करोड़ से अधिक हो चुकी है। क्षेत्रफल के लिहाज से यह देश का चौथा सबसे बड़ा राज्य है। इतनी विशाल जनसंख्या और शैक्षिक संसाधनों की उपलब्धता के बावजूद, राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) 2025 के टॉप 20 में उत्तर प्रदेश का कोई छात्र शामिल नहीं हो सका। यह स्थिति विचारणीय है: आखिर क्यों देश का सबसे बड़ा राज्य इस प्रतिष्ठित मेडिकल प्रवेश परीक्षा में शीर्ष रैंक हासिल करने में असफल रहा?
इस लेख के माध्यम से हम डेटा और तथ्यों के आधार पर इस मुद्दे का विश्लेषण करेंगे।
NEET 2025: परिणाम का अवलोकन
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने NEET UG 2025 का परिणाम 14 जून 2025 को घोषित किया। इस साल 22,09,318 उम्मीदवारों ने परीक्षा दी, जिसमें से 12,36,531 उम्मीदवार उत्तीर्ण हुए। टॉप 100 में उत्तर प्रदेश के केवल चार छात्र शामिल हुए, जिनमें लखनऊ के मुक्तेश को 36वीं रैंक (720 में से 661 अंक) प्राप्त हुई। टॉप 20 में यूपी का कोई प्रतिनिधित्व नहीं है।
राजस्थान के महेश कुमार ने ऑल इंडिया रैंक (AIR) 1 (686/720 अंक, 99.9999547 परसेंटाइल) और मध्य प्रदेश के उत्कर्ष ने दूसरा स्थान हासिल किया। दिल्ली की अविका अग्रवाल (AIR 5) महिला टॉपर्स में शीर्ष पर रहीं।

NEET 2025: Topper List
उत्तर प्रदेश: जनसंख्या और शैक्षिक परिदृश्य
2011 की जनगणना के अनुसार, उत्तर प्रदेश की जनसंख्या 19.98 करोड़ थी, जो अब बढ़कर 24 करोड़ से अधिक हो चुकी है। साक्षरता दर 67.68% थी, जो राष्ट्रीय औसत (74%) से कम थी। हाल के वर्षों में यूपी में शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति हुई है, लेकिन यह अभी भी केरल (96.2%) और तमिलनाडु जैसे राज्यों से पीछे है।
NEET के संदर्भ में, यूपी से हर साल लाखों छात्र इस परीक्षा में भाग लेते हैं। 2024 में NEET के लिए 23,81,833 उम्मीदवारों ने पंजीकरण किया था, जिनमें यूपी का हिस्सा 10-12% अनुमानित है।
टॉप 100 में यूपी के चार छात्रों का स्थान और 2024 में 1,65,047 योग्य उम्मीदवारों के साथ यूपी का सर्वाधिक क्वालिफाइड उम्मीदवारों वाला राज्य होना दर्शाता है कि प्रतिभा की कमी नहीं है। फिर भी, टॉप 20 में अनुपस्थिति गंभीर सवाल उठाती है। सोर्स
टॉप 20 में यूपी की अनुपस्थिति के कारण!
NEET 2025 में उत्तर प्रदेश के छात्रों का टॉप 20 में न होना कई कारकों का परिणाम हो सकता है। आइए इनका डेटा और तथ्यों के आधार पर विश्लेषण करें:
शैक्षिक संसाधनों में असमानता
यूपी के शहरी क्षेत्रों जैसे लखनऊ, नोएडा, और कानपुर में कोचिंग संस्थान उपलब्ध हैं। हालांकि, ग्रामीण क्षेत्रों में, जहां यूपी की 70% आबादी रहती है, ऐसे संसाधनों का अभाव है। NEET जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं में कोचिंग का महत्वपूर्ण योगदान होता है।
उदाहरण के लिए, राजस्थान का कोटा एक प्रमुख कोचिंग हब है, जहां से हर साल कई टॉप रैंकर्स निकलते हैं। यूपी में ग्रामीण-शहरी शैक्षिक असमानता एक बड़ी बाधा है।
साक्षरता और जागरूकता की कमी
यूपी की साक्षरता दर राष्ट्रीय औसत से कम है, और ग्रामीण क्षेत्रों में यह लगभग 60% है। NEET की तैयारी के लिए आवश्यक जागरूकता, जैसे सिलेबस, समय प्रबंधन, और मॉक टेस्ट की रणनीतियां, ग्रामीण छात्रों तक नहीं पहुंच पातीं। करियर काउंसलिंग की कमी भी एक प्रमुख मुद्दा है।
नीट परीक्षा के प्रतिभागी
उच्च प्रतिस्पर्धा और सीमित तैयारी
NEET 2025 में 22 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने भाग लिया, जिससे प्रतिस्पर्धा का स्तर बहुत अधिक था। राजस्थान, मध्य प्रदेश, और तमिलनाडु जैसे राज्यों में मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं के लिए विशेष ध्यान दिया जाता है, जहां स्कूलों और कोचिंग संस्थानों में नियमित मॉक टेस्ट और केंद्रित तैयारी होती है। यूपी में उम्मीदवारों की संख्या अधिक होने के बावजूद, टॉप रैंक के लिए जरूरी गहन और व्यवस्थित तैयारी का अभाव दिखता है।
सामाजिक-आर्थिक बाधाएं
यूपी में कई परिवार आर्थिक तंगी का सामना करते हैं। एक प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान में NEET की तैयारी का खर्च सालाना 1-2 लाख रुपये हो सकता है, जो कई परिवारों के लिए असंभव है।
2024 के NEET डेटा के अनुसार, 56% उम्मीदवार सामान्य वर्ग से थे, जबकि OBC, SC, और ST वर्गों के छात्रों को अतिरिक्त सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा, लिंग असमानता भी एक कारक है; 2024 में महिला उम्मीदवारों की संख्या (13,63,216) पुरुषों से अधिक थी, लेकिन टॉप रैंकों में उनकी हिस्सेदारी कम रही।
शिक्षा प्रणाली की कमियां
यूपी में स्कूली शिक्षा में विज्ञान और गणित पर जोर होने के बावजूद, NEET जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए विशेष प्रशिक्षण का अभाव है। कई स्कूलों में शिक्षकों की कमी (छात्र-शिक्षक अनुपात 30:1 से अधिक) और पुराने पाठ्यक्रम की समस्याएं बनी रहती हैं।
अन्य राज्यों से तुलना
NEET 2025 में राजस्थान, मध्य प्रदेश, और महाराष्ट्र जैसे राज्यों ने शीर्ष रैंकों में मजबूत उपस्थिति दर्ज की। राजस्थान के महेश कुमार ने AIR 1 (686/720) और मध्य प्रदेश के उत्कर्ष ने AIR 2 हासिल किया। इन राज्यों के बेहतर प्रदर्शन के पीछे निम्नलिखित कारण हैं:
- कोचिंग हब: कोटा (राजस्थान) और इंदौर (मध्य प्रदेश) जैसे शहरों में कोचिंग संस्थानों की मजबूत उपस्थिति।
- शिक्षा नीतियां: इन राज्यों में स्कूलों और कोचिंग सेंटरों में NEET-केंद्रित प्रशिक्षण पर जोर।
- जागरूकता और संसाधन: ग्रामीण क्षेत्रों में भी ऑनलाइन और ऑफलाइन संसाधनों की बेहतर पहुंच।
यूपी में लखनऊ और प्रयागराज जैसे शहरों में कुछ अच्छे कोचिंग सेंटर हैं, लेकिन इनका दायरा सीमित है। टॉप 100 में चार छात्रों (लखनऊ, वाराणसी, और गोरखपुर से) का शामिल होना दर्शाता है कि प्रतिभा मौजूद है, लेकिन इसे सही दिशा देने की जरूरत है।
समाधान और सुझाव
उत्तर प्रदेश के छात्रों को NEET जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन के लिए निम्नलिखित कदम उठाए जा सकते हैं:
- ग्रामीण क्षेत्रों में कोचिंग सुविधाएं: सरकार और निजी क्षेत्र को ग्रामीण क्षेत्रों में सस्ती और गुणवत्तापूर्ण कोचिंग सुविधाएं उपलब्ध करानी चाहिए।
- जागरूकता और करियर काउंसलिंग: स्कूलों में NEET और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए जागरूकता कार्यक्रम शुरू किए जाने चाहिए। नियमित करियर काउंसलिंग सत्र और मॉक टेस्ट छात्रों को रणनीति बनाने में मदद कर सकते हैं।
- शिक्षा प्रणाली में सुधार: यूपी में स्कूली शिक्षा को NEET और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के अनुकूल बनाना होगा। शिक्षकों की भर्ती, प्रशिक्षण, और आधुनिक पाठ्यक्रम पर ध्यान देना जरूरी है।
- वित्तीय सहायता: आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए छात्रवृत्ति और मुफ्त कोचिंग योजनाएं शुरू की जानी चाहिए। राजस्थान सरकार की मुफ्त कोचिंग योजनाएं एक अच्छा मॉडल हो सकती हैं।
निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा और सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है, लेकिन NEET 2025 के टॉप 20 में इसका कोई प्रतिनिधित्व नहीं होना एक गंभीर मुद्दा है। शैक्षिक संसाधनों की कमी, सामाजिक-आर्थिक बाधाएं, और उच्च प्रतिस्पर्धा जैसे कारक इसके पीछे जिम्मेदार हैं। फिर भी, यूपी में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, जैसा कि टॉप 100 में चार छात्रों की उपस्थिति दर्शाती है। सही नीतियों, जागरूकता, और संसाधनों के साथ, उत्तर प्रदेश भविष्य में NEET टॉपर्स की सूची में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कर सकता है।
संदर्भ:
2011 Census of India: Population and Literacy Data
NEET 2025 Results: National Testing Agency (NTA) Official Release
NEET 2024 Statistics: Candidate Participation and Gender Ratio